दीपावली की खुशियां पल भर में बदली गम में

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Vivratidarpan.com, नरेंद्रनगर  टिहरी जिले के खाड़ी बाजार में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब लोगों ने गजा रोड पर स्थित राजपाल सिंह गुसाईं की दुकान की ऊपरी मंजिल में बड़ी तेजी के साथ भीषण आग की लपटों के साथ भयावह तरीके से निकल रही धुएं के गुब्बार को देखा। देखते ही देखते लोगों की भीड़ दुकान के पास जमा हो गई।आग ऊपरी मंजिल पर लगी थी। जिस कारण आग पर काबू पाना कठिन हो रहा था। आग लगने की घटना के दौरान राजपाल सिंह गुसाईं नाश्ता करने दुकान से थोड़ी दूरी पर स्थित अपने घर गए हुए थे। लाखों का सामान देख राजपाल सिंह गुसाईं और उसके परिजनों की दीपावली की खुशियां गम के समुद्र में डूब कर रह गई। सूचना पाते ही नरेंद्र नगर थाना अध्यक्ष प्रदीप पंत के नेतृत्व में नरेंद्र नगर और चंबा का अग्निशमन दस्ता मौके पर पहुंचा। अग्निशमन दस्तों को दो मंजिले में लगी आग पर काबू पाने में एक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।  इस दौरान समस्त व्यापारियों और आसपास के लोगों ने एकता की मिसाल कायम करते हुए फ्लोर स्थित दुकान में रखा लाखों का सामान बचाने में जी जान लगा दी। और यहां रखा लाखों का सामान बचा लिया। ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि व्यापारी और क्षेत्र के लोग मिलजुल कर फ्लोर दुकान में रखे सामान को बचाने में सफल नहीं होते तो आज परिवार के पास सर ढकाने की जगह तक बचती।  प्रमुख भंडारी ने कहा कि उक्त दुकान ठीक उनके निवास के बगल में है। महंगे कपड़ों से भरी पड़ी, दुकान में रखे सामान का स्तर देखकर उनका कहना है कि 12 लाख से अधिक का सामान आग में जलकर स्वाहा हो गया। अगर बिल्डिंग का नुकसान भी आँका जाए तो यह कई लाखों में पहुंचता है।  उन्होंने प्रदेश सरकार से पीड़ित को उचित मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। दुकान की दूसरी मंजिल पर आग कैसी लगी इसके कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। नरेंद्र नगर थाना अध्यक्ष प्रदीप पंत का कहना है कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।जाँच से ही पता चलेगा की आग कैसे लगी। आग की अकस्मात इस घटना पर उत्तराखंड जन जागृति संस्थान के अध्यक्ष अरण्य रंजन सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों ने अफसोस व्यक्त किया है।आग बुझाने गए अग्निशमन दस्ते में अग्निशमन अधिकारी प्रताप सिंह राणा, गिरीश लोहनी,चंद्रप्रकाश,जगबीर सिंह,सचिन कुमार तथा प्रकाश आदि थे। बताते चलें कि इस दुकान के संचालन के लिए राजपाल सिंह गुसांई ने बैंक से 5 लाख से अधिक का लून ले रखा है। राजपाल सिंह गुसाईं सहित उसका पूरा परिवार गहरी सोच चिंता में पड़ गया है कि जिस दुकान के सहारे उनके परिवार का भरण पोषण और रोजी रोटी चल रही थी, वह सब तो आग में स्वाहा हो जाने के बाद अब कैसे परिवार का भरण पोषण और कहां से बैंक का लोन अदा कर पाएंगे।लाखों के नुकसान से चिंता ग्रस्त राजपाल सिंह गुसाईं की उम्मीदें अब सिर्फ प्रदेश सरकार और शासन पर टिकी हुई हैं। देखना है कि दीपोत्सव के दिन हंसते-खेलते,खुशियां मनाते राजपाल सिंह गुसाईं के परिवार के तमाम अरमानों को चकनाचूर कर देने वाली इस अग्निकांड की घटना से उबारने के लिए सरकार क्या कुछ मदद करती है।