हरेला पर्व उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक 

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Vivratidarpan.com ऋषिकेष ।उत्तराखंड सरकार के हरेला पर्व पर वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत ऋषिकेष नगर निगम द्वारा निर्धारित लक्ष्य 2000 पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में 2430 पौधों का रोपण किया गया। शुक्रवार को नगर निगम आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यविरियाल के संचालन में आयोजित हरेला पर्व के दौरान चंद्रभागा के स्मृति वन, संजय झील, बापू ग्राम, श्यामपुर बाईपास मार्ग ,गुमानीवाला सहित अन्य स्थानों पर भी फल औषधिय पेडो के साथ छाया दार पौधों का रोपण किया गया।

कार्यक्रम का प्रमुख आर्कषण रम्भा नदी का उद्गम स्थल जहां जहां संतों एवं महंतों की गरिमामय उपस्थिति में प्रकृति तले गायत्री मंत्रों के बीच विधिवत पूजा अर्चना के साथ महापौर अनिता ममगाई ने विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण कराया। नगर निगम आयुक्त ने बताया कि इन पौधों की सुरक्षा के लिए जिन क्षेत्रों में पौधारोपण किया गया है। वहां तार बाढ भी लगाई जा रही है ।जिससे यह पौधे सुरक्षित रह सके। उन्होंने बताया कि हरेला पर्व के चलते आज ऋषिकेश ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस अभियान को चलाया जा रहा है। जिसमें स्थानीय नागरिकों की भी भागीदारी रही है। उनका कहना था कि बरसात से पूर्व लगाए गए पौधे फली भूत होते हैं।

इस अवसर पर महापौर ने कहा कि लोकपर्व हरेला प्रकृति से जुड़ाव एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के साथ ही बेहतर जीवन जीने का भी मार्गदर्शन करता है। हरेला हरियाली तथा ऋतुओं का पर्व है हमें प्रकृति संरक्षण प्रेम की अपनी संस्कृति, तथा उत्सवों को मनाये जाने की परम्परा को बनाए रखना होगा। शुक्रवार को हरेला पर्व का महापौर अनिता ममगाई ने रंम्भा नदी पर बड़ी संख्या में लोगों की मोजुदगी में शुभारंभ किया।इस अवसर पर महापौर ने कहा कि पर्यावरण को समर्पित हरेला पर्व उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक है। यह त्यौहार संपन्नता, हरियाली, पशुपालन और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। श्रावण मास में हरेला पूजने के उपरांत पौधे लगाए जाने की प्रदेश की परंपरा रही है।उन्होंने कहा कि हरेला पर्व हमें पर्यावरण से जोड़ता है। पर्यावरण का संरक्षण उत्तराखंड की संस्कृति में रहा है। उन्होंने कहा कि जीवन बचाने के लिए पौधरोपण जितना जरूरी है। उतना ही जरूरी इनका संरक्षण भी है। यदि हम पर्यावरण संरक्षण के लिए सजग नहीं रहेंगे तो पृथ्वी पर जीवन का बचना बहुत मुश्किल हो जायेगा।