कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद सामान्य होने लगे चमोली के हालात

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uttarakhand

vivratidarpan.comचमोली।  कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद अब चमोली जिले में हालात सामान्य होने लगे है। विगत चार दिनों से संक्रमण की दर तेजी से उतरने से आम लोगों के साथ ही जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली हैं। हालांकि अब भी इसके बचाव के लिए विशेषज्ञों के द्वारा सुझाए गए उपायों में प्रशासन ढिल देने को तैयार नही हैं। इस जिले में पिछले चैबीस घंटों में 50 लोगों में ही कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। जिले में अब तक कुल 11717 लोग कोरोना से संक्रमित हुए। जिसमें से 81 प्रतिशत से अधिक लोग ठीक हो गए है और 2198 संक्रमितों का उपचार चल रहा है।कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन हर संभव उपाय करने में जुटा हुआ हैं। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर पूरे जिले में 10 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को घर-घर आइवरमेक्टिन टेवलेट वितरण का कार्य लगातार जारी हैं। जबकि वैक्सीनेशन का कार्य भी लगातार जारी है। गैरसैंण में चिकित्सा टीम द्वारा चलने फिरने में असमर्थ लोगों के घर पर जाकर ही उनका वैक्सीनेशन किया जा रहा है। आदिब्रदी, माईथान एवं गैरसैंण क्षेत्र की एएनएम, आशा के द्वारा अब तक 29 असमर्थ लोगों का घर पर ही टीकाकरण किया जा चुका है।  जिला प्रशासन द्वारा होम आइसोलेशन में रखे मरीजों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण एवं चिकित्सा परामर्श देने के अलावा लोगों को भीडभाड से बचने, शारीरिक दूरी रखने तथा मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्य टीमों के माध्यम से प्रतिदिन लोगों के सैंपल जांच किए जा रहे है। वृहस्पतिवार को भी 707 सैंपल जांच के लिए भेजे गए।स्वास्थ्य टीमें गांव गांव जाकर भी कोरोना करने में जुटी है। अभी तक स्वास्थ्य टीमों द्वारा 468 गांवों में जाकर 24829 लोगों की सैंपल जांच किए गए। गौचर बैरियर पर अब तक 2782, गैरसैंण बैरियर पर 1329 तथा ग्वालदम बैरियर पर 131 लोगों का रैपिड एंन्टीजन टेस्ट किया गया। कोविड सेंटर में 25 मरीजों का उपचार चल रहा है। इसके अलावा 2128 मरीजों को होम आइसोलेशन में उपचार किया जा रहा है। गांव में आशा, आंगनबाडी तथा ग्राम प्रधानों के माध्यम से होम आइसोलेट लोगों के स्वास्थ्य संबधी देखभाल की जा रही है। ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीमों द्वारा भी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण पर निगरानी रखी जा रही है।तहसील गैरसैंण के अन्तर्गत जिनगोड व रामड़ा गांव में सभी मरीजों के स्वस्थ होने पर आज गांव को कन्टेनमेंट जोन से मुक्त किया गया। जिले में अभी 11 स्थानों पर कन्टेनमेंट जोन बनाकर बैरिकेटिंग की गई है। सभी कन्टेनमेंट एरिया में दैनिक वस्तुओं की नियमित सप्लाई सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए जिला पूर्ति अधिकारी को नोडल बनाया गया है। कन्टेनमेंट जोन में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण, सेनेटाइजेशन एवं अन्य संबधित कार्यो की एसडीएम स्वयं माॅनिटरिंग कर रहे है। जिले में कोविड नियमों का भी सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। कोविड नियमों के उल्लंघन करने पर अब तक 19048 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई है।