गीत - शुभ नया वर्ष हो

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हर्ष ही हर्ष हो नित्य उत्कर्ष हो ।

आ गयी जनवरी शुभ नया वर्ष हो ।।

अलविदा अलविदा कह रहा अलविदा ।

साल इक्कीस ने अब कहा अलविदा ।।

विश्व में शांति हो विश्व में हर्ष हो ।

आ गयी जनवरी शुभ नया वर्ष हो ।।

मौत का सिलसिला किस तरह था बढ़ा ।

आदमी रह गया था ठगा सा खड़ा ।।

ज़िंदगी मौत में अब न संघर्ष हो ।

आ गयी जनवरी शुभ नया वर्ष हो ।।

दुख भरी शाम थी रात थी अनमनी ।

दहशतें दहशतें मौत की सनसनी ।।

हर कुहासा मिटे सूर्य का दर्श हो ।

आ गयी जनवरी शुभ नया वर्ष हो ।।

लालिमा छा रही प्रात आयी नयी।

कालिमा धुल गयी रात काली गयी ।।

नीलिमा चाहती प्रेम संकर्ष हो ।

आ गयी जनवरी शुभ नया वर्ष हो ।।

हर्ष ही हर्ष हो नित्य उत्कर्ष हो ।

आ गयी जनवरी शुभ नया वर्ष हो ।।

- डा० नीलिमा मिश्रा, प्रयागराज