प्रवीण प्रभाती - कर्नल प्रवीण त्रिपाठी

 | 
pic

दिनकर का दिन आज, पूरे करें सारे काज,

बाधा सब दूर कर, भास्कर कृपा करें।

मार्तण्ड को पूज कर, बुद्धि होती है प्रखर,

रक्त चंदन पुष्प ले, अर्घ्य दे पूजा करें।।

सप्त अश्व जुते हुए, रश्मि रथ चढ़े हुए,

प्रकाशवान हो धरा, तिमिर हरा करें।

प्रचंड तेज आपका, अतुलित प्रताप का,

विवस्वान को नमन, भोर में किया करें।

मौसम भी अटखेलियाँ, करता रहता रोज।

कभी चमकती धूप हो, कभी रहे हम खोज।

कभी रहे हम खोज, खेल खेले वो हमसे।

गर्माहट को लोग, ढूँढते फिरते कब से।

कुहरा अति घनघोर, हुई बारिश बेमौसम।

काँपे हड्डी-पोर, आज सिहराता मौसम।

- कर्नल प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा/उन्नाव उत्तर प्रदेश