ओ बीते साल - झरना माथुर

 | 
pic

ओ बीते साल तू,

क्या गज़ब कर गया,

बहुत कुछ छूट गया,

बहुत कुछ टूट गया।

बिखरी है जिंदगी,

सब पर ढ़ाया सितम,

सभी के दिल में गम,

कैसा तेरा करम।

आँकड़ा था इक्कीस,

था तो तू बहुत शुभ,

कैसे हुआ अशुभ,

कैसे हुआ अशुभ।

झरना माथुर, देहरादून , उत्तराखंड