दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी में दोषी को सजा

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Vivratidarpan.com ऋषिकेश अक्टूबर 2020 में ऋषिकेश में हुई सगी बहन से दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी देने के की घटना में संलिप्त दोषी भाई को कोर्ट ने 10 साल की कठोर कारावास की सजा के साथ जान से मारने की धमकी के दोष में 1 साल की सजा सुनाने और 30,000 का अर्थदंड लगाया है। यह फैसला फास्ट ट्रैक जज अश्विनी गौड़ की अदालत में लिया गया है। दोषी भाई को न्यायालय से सजा एलान होने के बाद कोर्ट परिसर से हिरासत में लेकर जेल में भेज दिया गया है। दोनों सजाएं एक साथ चलेगी।

ऋषिकेश थाना क्षेत्र में घटित 05अक्टूबर 2020 की है सरकारी वकील  किशोर कुमार ने बताया कि एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। व्यक्ति ने पुलिस को बताया था कि उसकी पत्नी अपने बेटे को ट्यूशन छोड़कर घर वापस रही थी। इसी दौरान उसका सगा भाई भी वहां से गुजर रहा था। वह बहुत देर से इस बात की ताक में था कि कब वह अकेली मिले। मौका देखते ही उसने अपनी बहन के साथ दुष्कर्म किया। जब उसने शोर मचाया तो आरोपी ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी।

05 अक्तूबर 2020 को महिला का पति जब रिपोर्ट दर्ज कराने जा रहा था तो उसका भाई पैरों में पड़ गया। उसने मकान मालिक के सामने इस बात को स्वीकार किया और अपनी गलती भी मानी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया। अभियोजन की ओर से इस मुकदमे में कुल छह गवाह पेश किए गए। जबकि, बचाव पक्ष की ओर से केवल आरोपी ही गवाह बना था। अभियोजन के गवाहों को देखते हुए कोर्ट ने सोमवार को सजा का ऐलान कर दिया।