सात समुंदर पार भी अपने देशवासियों के लिए फिक्रमंद है, क्यूंकि ये भारतीय है

 

Vivratidarpan.com थराली (चमोली)। पूरे देश के साथ ही उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में कोरोना के बढ़तें संक्रमण को लेकर यहां के लोग की अपनों की चिंता नहीं कर रहे बल्कि इस दौर में उत्तराखंड के वे लोग मदद को आगे आ रहे जो या तो सात समुंदर पार के उन देशों में बस गए हैं जहां कोरोना संक्रमण अब उतनी प्रचंड रूप में नहीं है, या फिर वहां आजीविका के लिए गए हैं। वे लोग वहां से अपनी गुंजाइश के अनुसार गांवों में कोरोना से लड़ने के लिए दवाओं के साथ ही उपकरण भी मुहैया करवा रहे है। ऐसे ही चमोली जनपद के थराली विकासखंड के सुनाऊ मल्ला के युवा शैलेश थपलियाल जो अमेरिका में पेशे से इंजीनियर है। मदद के लिए आगे आए हैं। शैलेश थपलियाल ने अपने गांव सुनाऊ मल्ला एवं आसपास के गांव के लिए दवाइयां, पल्स थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर, मास्क व थर्मामीटर आदि उपकरण भेजें है। जो गांव के ग्राम प्रधान आशीष थपलियाल को मिल गये है। प्रधान ने बताया कि शैलेश ने उन्हें फोन पर यह कहा है कि दवाइयां व उपकरण को आसपास के गांव में जरूरतमंद लोगों को वितरित कर दिया जाए। शेष दवाइयां एवं उपकरणों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली को उनकी ओर से भेंट कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि शैलेश ने उन्हें आगे भी जरूरत के हिसाब के दवाइयां और उपकरण भेजने का भरोसा दिलाया गया। ग्राम प्रधान ने कहा कि बाहर देशों में रह रहे  युवा यदि इसी तरह अपने अपने क्षेत्र और गांव को थोड़ा- थोड़ा भी मदद करते रहें तो उत्तराखंड के पहाड़ में कोरोना से जंग जीतन बहुत आसान हो जाएगा।