हौंसला बनायें रखना = नटवर सिंह देवल

 

घनी काली अँधेरी रात के बाद ही तो,

दिन का उजाला आयेगा,

बेशक मुश्किल दौर चल रहा हैं,

पर यह भी तो बीत जायेगा ।

माना हज़ारों घाँवो को भरने में,

कोई मरहम काम ना आयेगा,

सुर्ख़ रूह पर यें साल भी अपनों की,

जुदाई की छाप छोड़ जायेगा।

अरे हम हिंद देश के वीर सिपाही हैं,

हमने तूफ़ानों से लड़ना सीखा हैं,

सुरक्षित रहकर हौंसला बनायें रखना यारों,

यें मौत का तांडव भी थम ही जायेगा ।।

= नटवर सिंह देवल (कलम’वीर), पूरण, जालोर