दीमक - जया भराड़े बड़ोदकर

 

कहा नही लगती है,

मकानों मे,

दीवारों में,

इंसानों के जीवन मे चिंता,

दीमक का काम करती है।

देश की सुख-शान्ति  में,

आतंकवाद, अलगाववाद,

दीमक का, काम करती है।

मौसम के संतुलन मे,

अति वृष्टि, बाढ़, सुनामी,

 दीमक का काम करती है।

और अंत मे,

मनुष्य के यौवन मे,

जीवन मे नशा कोकिन,

दीमक का काम करती है।

आओ आज मिलकर,

इस पापी दीमक से,

सभी को आज़ाद करने का,

प्रण करते है,

कोई एक नही,

हम सभी के जीवन को,

शाप मुक्त करने का,

वचन निभाते है।

- जया भराडे बडोदकर

नवी मुंबई, महाराष्ट्र