कवयित्री प्रियदर्शिनी पुष्पा को मिला साहित्योदय रामरत्न सम्मान

 

vivratidarpan.com झारखंड- अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संस्था साहित्योदय द्वारा संचालित  गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड  में दर्ज रामायण पर सर्वाधिक लम्बे ऑनलाइन कविसम्मेलन जनरामायण अखण्ड काव्यार्चन  में उत्कृष्ट और मौलिक काव्य पाठ के लिए बतौर कवयित्री प्रियदर्शिनी पुष्पा जो आर.एस.पी. कॉलेज झरिया के बीएड. संकाय के प्रोफेसर डॉ श्याम किशोर प्रसाद की पत्नी है, को रामरत्न सम्मान से  सम्मानित किया गया।

साहित्योदय के संस्थापक एवं अध्यक्ष पंकज प्रियम को बधाई एवं शुभकामनाएं संदेश के माध्यम से प्रियदर्शिनी पुष्पा ने कहा कि साहित्योदय परिवार ए्वं उसके साहित्योदय के माध्यम से हिंदी साहित्य एवं झारखंड की धरती को विश्व पटल पर सम्मान बढ़ाने में भूमिका का निर्वहण करने में सफलता के पायदान पर है, साथ में उन्होंने अपने पति डॉ श्यामकिशोर प्रसाद एवं काव्य के क्षेत्र में लब्ध प्रतिष्ठित कवयित्री  डॉ अंशु सिंह को प्रेरणाश्रोत मानती है। यह उपलब्धि के लिए सभी जन प्रतिनिधियों एवं प्रबुद्ध साहित्यकारों ने बधाई दी।