एक कुंडलिया छंद = कर्नल प्रवीण त्रिपाठी

 

ईश्वर के ही रूप हैं, सभी चिकित्सक लोग।

स्वस्थ रहें सब सर्वदा, ये करते उद्योग।

ये करते उद्योग, सुरक्षित सबको रखते।

नूतन करें प्रयोग, आस हर मन में भरते।

कुटिल कॅरोना काल, बनाता सबको नश्वर।

करें कोरोनवीर, चिकित्सा बनकर ईश्वर।।

= कर्नल प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा