गजब गोरी चाल तोरी = शालिनी सिंह 

 

गजब गोरी चाल तोरी बड़ी मस्तानी।
चले लूं बलखाती, जैसन गंगा कै पानी।।
आंख में कजरा बाल मां गजरा।
चलत जियरा गोरी जैसन की आरी।।२
गजब----------
अधर मधुर जस लगै मधुशाला।
पान करै जे किस्मत वाला।।
नज़र गोरिया जैसे बंदूक गोली।
घायल हियरा लगै बंदूक गोरी ।।
गजब----------
टेढी भौंह धनुष सम गोरी।
कितने हृदय कर घायल छोड़ी।।
मुख चन्दा गोरिया मन है चकोरा।
तक रहा गोरी जे तोहरी सुरतिया।।
गजब------
कान में झुमका गाल मां लाली।
बगिया मां जैसै खिल गई कली।।
मोहिनी मूरत गोरिया अब जान मारे।
नयन बाण घायल हाय-हाय पुकारें।।
गजब-------
गले मां हरवा गोरी हाथें मां कंगना।
पायल झमके गोरी तोरे पऊवां।।
हाथ में मेंहदी, पांव महावर।
अजब लाली जले मोरे करेजवा।।
गजब---------
बाल खुले नागिन बलखाये।
दिन मां अंधेरा अब होई जावै।।
हम हन दीवाने गोरी रूपवा के तोरे।
अजब गोरिया चाल तोरी, कितने मर गये दीवाने।।  
गजब----------
शालिनी सिंह , गोंडा , उत्तर प्रदेश