2200 पेड़ काट, ग्रीन दून की कल्पना असम्भव - झरना माथुर

 

vivratidarpancom - देहरादून मे जोगीवाला से सहस्त्रधारा चौराहे तक रिंग रोड के विस्तारीकरण के लिये 2200 पेड़ों को काटना प्रस्तावित है। पीडब्लूडी  की ओर से इन पेड़ों को चिन्हित किया गया है।  इन पेड़ों के काट देने के बाद क्या ग्रीन दून रह पायेगा, क्या स्वच्छ दून की कल्पना सम्भव हो पायेगी? कैसे प्रदूषण को रोक पायेंगे। क्या इतने पेड़ों को सरकार द्वारा दुबारा लगाया जायेगा ?  अगर लगा भी दे तो क्या पेड़ों को वो वातावरण मिल पायेगा और वो इतने बड़े हो पायेंगे ? अगर ये भी मान ले कि ये सब सम्भव हो पायेगा तो कितना समय लगेगा।

मुझें तो लगता है अगर सब कुछ हो भी जाये तो कम से कम बीस साल का वक़्त लगेगा। जो हम खोने जा रहे है। मेरी सरकार से गुजारिश है कि इस पृकृति सम्पदा को यूँ ना नष्ट करे कोई और उपाय करे। मै देहरादून के वासियो से भी अपील करती हूँ हम सब को मिलकर एक जुट हो जाना चाहिए और सरकार को पेड़ों को काटने से रोकना चाहिये।

-  झरना माथुर, देहरादून (उत्तराखंड)