महताब आजाद ने पदमश्री डा.रमाकांत के निधन पर किया दुःख व्यक्त

 

vivratidarpan.com देवबंद - लेखक, पत्रकार, राष्ट्रवादी कवि, डॉक्टरेट महताब अहमद आजाद ने संस्कृत और हिंदी साहित्य में अमूल्य योगदान देने वाले पदमश्री डा.रमाकांत शुक्ल (दिल्ली) के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उनका चले जाना हिंदी साहित्य का बड़ा नुकसान है उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। डा.महताब आजाद ने बताया पदमश्री डा.रमाकांत शुक्ला  के साथ कई बार मंच पर काव्य पाठ करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

हिंदी के साथ साथ शुक्ल उर्दू से भी मोहब्बत रखते थे, वो कहते थे भाषा का कोई मजहब नहीं होता। पदमश्री डा.रमाकांत शुक्ल को हमारी और हमारे सभी पत्रकार भाईयों की ओर से उन्हें शत-शत नमन।