रसना पर रहे नाम हनुमान - कालिका प्रसाद

 

हे   बलशाली    पवनसुत,

तुमसे हमारी यही प्रार्थना,

सब पर कृ‌पा  बनाए करना,

जीवन का तुम ही  सहारा।

तुम्हारी   नित  पूजा करू,

तुम ही कष्ट  हरण करते हो,

तुम   दुखियों  के मुक्ति दूत,

मां अंजनी के तुम वीर सपूत।

प्रभु  श्रीराम के अनन्य भक्त,

जग  तुम  ही  पालनहार. हो,

माता सीता के तुम अति प्रिय हो,

हमारी भी  कुछ सुध लेना प्रभु।

तुम ही संकट का मोचन करते,

हृदय  में   साहस    भरते,

याचना करते  हाथ  जोड़कर ,

भक्तों से कभी मुंह न मोड़ना।

भूत प्रेत   तुमसे  है  डरते,

रोग   शोक पास  न फटके,

तुम विश्वास  के  पुंज  हो,

आशाओं के हो तुम निकुंज।

हे महावीर तेरा ही सहारा हैं,

द्वार पे तेरे  हम  आए  हैं,

नित नेह की राह बताना स्वामी

सब पर अपनी कृपा बरसाना।

मति सुरसरि सी पावन करना,

हमें भी  राम भक्ति में लगाना,

देना  हमें आत्मशुद्धि का ज्ञान

रसना पर रहे हनुमान जी का नाम ।

- कालिका प्रसाद सेमवाल

मानस सदन अपर बाजार

रुद्रप्रयाग  उत्तराखंड