तुम्हीं श्याम हो तुम्हीं घनश्याम हो - कलिका प्रसाद

 

गोविन्द तुम गोपियों के श्याम हो,

और तुम ही राधा के भी श्याम हो।

मैया   देवकी   के तुम ही  श्याम हो,

और   तुम ही   मीरा को श्याम  हो।

मैया    यशोदा  के भी तुम्हीं  श्याम हो,

और    वृन्दावन के   श्याम  तुम्ही  हो।

शिवजी    के भी    तुम    श्याम हो,

और.  गोकुल    के भी तुम श्याम हो।

देवों    के   भी   तुम्हीं   श्याम   हो,

और तीनों लोको के भी तुम श्याम हो।

नंद   बाबा    के   तुम   श्याम   हो,

और   मन सुख के भी  तुम श्याम हो।

तुम्हीं   श्याम हो  तुम्हीं घनश्याम हो,

भक्तों के हृदय मे निवास करो घनश्याम ।

- कालिका प्रसाद  सेमवाल

मानस सदन अपर बाजार

रूद्रप्रयाग उत्तराखण्ड