लक्षण कब छिपते हैं - भूपेंद्र राघव

 

नित-नित  पोस्ट  सेल्फी करती  पाउट में,

बहुत  दिनों से था  मन अपना  डाउट में।

दिल पर पत्थर रखकर ब्लॉक किया उसको,

वैसे  वाले  ग्रुप  थे  बहुत अबाउट  में।

 

आज निरीक्षण क्षण-क्षण करना पड़ता है,

और एक्शन तत्क्षण  करना  पड़ता है।

लक्षण  कब  छिपते हैं लाख छिपाने से,

हाय! आई.डी. भक्षण  करना पड़ता है। 

- भूपेंद्र राघव, खुर्जा, उत्तर प्रदेश