देहदानी कवि साहित्यकार सुधीर श्रीवास्तव के जन्मदिन पर विविध आयोजन, पत्रिका प्रकाशन
vivratidarpan.comगोण्डा (उ.प्र.):- जिले के वरिष्ठ कवि साहित्यकार/विधद्या वाचस्पति मानद उपाधि प्राप्त / देहदानी सुधीर श्रीवास्तव जी के जन्मदिन पर 01 जुलाई को उन्हें शुभकामना संदेशों का अंबार लग गया और विविध आयोजन किये गये।
देश/ विदेश के हजारों राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय नवोदित साहित्यिक विभूतियों/कवियों/कवयित्रियों, साहित्यिक, सामाजिक पटलों, संस्थाओं, ने उन्हें जन्मदिन की बधाइयां शुभकामनाएं देते हुए उनके दीर्घायु जीवन और उज्जवल भविष्य की कामना की। साथ ही इस उपलक्ष्य में 29 जून 03 जुलाई तक विविध आयोजन किए गए।
आयोजनों की आनलाइन श्रृंखला के क्रम में आराधिका राष्ट्रीय मंच, रायबरेली काव्य रस साहित्य मंच, अंतरराष्ट्रीय श्रेया क्लब, शब्द शिदिक्षा साहित्यिक मंच, प्रणय साहित्यिक दर्पण, मतंग के राम, विद्यार्थी की क ख ग, मेरी शायरी मेरे गीत मेरी धड़कन पूरबसे काव्यांजलि, हंगामा लोक अंतरराष्ट्रीय साहित्य मंच, आकाश कविघोष, नवसाहित्य परिवार भारत, देव निर्मात्री साहित्यिक संस्थान, मकस कहानियां परिवार आदि ने अपने स्तर से काव्य गोष्ठी, उनके व्यक्तित्व कृतित्व पर लेखन, पत्रिका प्रकाशन विमोचन आदि कराकर उनका जन्म दिन मनाया।
दि ग्राम टूडे प्रकाशन देहरादून के प्रबंध संपादक विशेश्वर दत्त पाण्डेय ने उनके बारे में लिखी विभिन्न रचनाकारों की कृतियों का ई संग्रह, नवोदय वैश्विक प्रज्ञान साहित्यिक मंच ने उनके व्यक्तित्व कृतित्व पर "साहित्यिक जीवन दीपिका" ई पत्रिका और "हमारे अभिन्न मित्र मंडल" परिवार ने "जीवनामृत वर्षा ई पत्रिका" का प्रकाशन विमोचन कराकर उन्हें उपहार स्वरूप भेंट कर जन्मदिन दिन की बधाइयां शुभकामनाएं प्रेषित की।
पक्षाघात पीड़ित देहदानी कवि के जन्मदिन को यादगार बनाने में, सर्वश्री शिवेश्वर दत्त पाण्डेय, शिवनाथ सिंह शिव, निधी बोथरा जैन, सरोज गर्ग, अनीता बाजपाई, अमित बिजनौरी, हंसराज सिंह हंस, भूपेश प्रताप सिंह, डा. अर्चना श्रेया, डा. आर के तिवारी मतंग, संध्या श्रीवास्तव "सांझ", डा. कमलेश मलिक सुनीता श्रीवास्तव, जगदीश कौर, डा. ओम प्रकाश मिश्र 'मधुब्रत',डा. राजीव रंजन मिश्र, डा. पूर्णिमा पाण्डेय, राखी उपासना कौशिक, कुंदन वर्मा, आकाश श्रीवास्तव,डा. श्याम कुंवर भारती, संतोष श्रीवास्तव विद्यार्थी, खालिद हुसैन सिद्दीकी, इंद्रेश भदौरिया, सतीश शिकारी, प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव "प्रणय", विनीता लावानियां आदि हजारों कवियों, साहित्यकारों ने अपने अपने स्तर से विशेष योगदान देकर जन्मदिन को यादगार बनाने की भरपूर कोशिश की। और जन्मदिन सप्ताह का रायबरेली काव्यरस साहित्य मंच पर गोष्ठी के साथ जन्मदिन सप्ताह श्रृंखला का समापन हुआ।
अप्रतिम स्नेह दुलार आशीर्वाद सहित प्राप्त बधाइयां शुभकामनाओं से अभीभूत और भावुक श्री श्रीवास्तव ने सभी का नतमस्तक होकर आभार धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों से पक्षाघात की पीड़ा का दंश झेलते हुए इस तरह का अविश्वसनीय अपनत्व उनके लिए भविष्य के बुस्टर डोज की तरह है।जो भगवान श्री चित्रगुप्त जी और माँ शारदे की कृपा के बिना संभव नहीं है।