नन्हें बच्चे - सुनील गुप्ता
Nov 22, 2024, 21:50 IST
( 1 ) चलो
बन जाएं हम,
फिर से, एक बार नन्हें बच्चे !
खेलें खेल, मिलके पुराने यहाँ पे...,
और करलें याद, वो दिन सभी सुनहरे !!
( 2 ) खिलें
फूलों की तरह,
अपनी मन बगिया में फिरसे !
चलें उड़ते, बन तितली यहाँ पे....,
और खेलें, आँखमिचोली हँसते गाते !!
( 3 ) मिलें
सभी से खिलखिलाते,
प्रेम आनंद की बातें करते !
फिर, कोई राग-अलाप छेड़दें.....,
और चलें खो जाएं, अपनी दुनिया में !!
- सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान