अपनी दुआओं में मुझे याद रखना ‌‌- हरी राम यादव

 

Vivratidarpan.com- दुआएं बहुत प्रभावशाली  होती है और लोगों से यह तभी मिलतीं है जब आपने लोगों के साथ बिना किसी आशा, लाग-लपेट, निष्पक्ष, निष्कपट और निर्विकार भाव से अपने काम को अपनी जिम्मेदारी समझकर किया हो। दुआएं आपको मौत के मुंह से खींचकर बाहर ला सकती है।

मौका पड़ने पर पद और पैसा काम नहीं आते, काम आता है तो आपका सामाजिक संबंध, आपका व्यवहार और व्यक्तित्व।

10 अक्टूबर को रात में 10 बजकर 05 मिनट पर मेरी रक्त वाहिकाओं में खून का थक्का जम जाने के कारण बहुत तेज जानलेवा दर्द हुआ। जिसके कारण मुझे मेरे पड़ोसियों सूबेदार विमल कुमार और हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार यादव ने बिना समय गंवाए कमांड हास्पिटल लखनऊ फिर मेदांता अस्पताल लखनऊ में भर्ती करवाया। मेरी पत्नी श्रीमती मिथिलेश यादव ने इस अकारण आयी आफत में बहुत ही धैर्य और तत्काल निर्णय लेने की क्षमता का प्रदर्शन किया जिसके कारण मैं आज आपके बीच हूं।

यह सब हमारे परिवारीजनों, शुभचिंतकों, मित्रों, सहकर्मियों , लेखकों, कवियों, संपादक तथा पत्रकार बंधुओ, सभी सेवारत/सेवानिवृत्त सैनिकों, उत्तर प्रदेश के वीरता पदक विजेताओं, वीरगति प्राप्त सैनिकों के परिजनों की शुभ इच्छाओं और दुआओं के कारण संभव हो पाया।

अगले एक महीने तक डाक्टर ने बात न करने, गैजेट्स/ मोबाइल से दूर रहने और कम चलने फिरने की सलाह दी है इसलिए आप लोगों से एक माह बाद रुबरु हो पाऊंगा। इसके लिए मैं आपसे क्षमा चाहता हूं।

 ‌‌- हरी राम यादव, अयोध्या , उत्तर प्रदेश  फोन नंबर -  7087815074