जय श्रीराम - सुनील गुप्ता

 

एक ही नारा, एक ही नाम,

जय श्रीराम, जय श्रीराम !

भज ले प्यारे, सियाराम...,

करेंगे कल्याण, सीताराम !!

एक ही नारा, एक ही नाम !

जय श्रीराम, जय श्रीराम   !!

श्वासों-श्वासों में बसते राम

चलें भजते जय सियाराम  !

श्रीराम ही परात्पर ब्रह्म....,

बोलें सुबह ओ शाम श्रीराम !!

एक ही नारा, एक ही नाम !

जय श्रीराम, जय श्रीराम   !!

करें शुरू ले श्रीहरिका नाम,

बनता चलेगा हरेक काम  !

जीवन का प्रारम्भ राम से....,

बोलें अवसान पे राम-राम !!

एक ही नारा, एक ही नाम !

जय श्रीराम, जय श्रीराम   !!

पाया जिसने श्रीराम का धन,

बना वही श्रेष्ठ धनवान  !

जगत पति लोकाभिरामं....,

सहस्त्रनाम तत्तुल्यं श्रीरामचंद्र !!

एक ही नारा, एक ही नाम !

जय श्रीराम, जय श्रीराम   !!

सीताराम जप सीताराम,

भज प्यारे मन सीताराम  !

रघुपति राघव राजा राम.....,

पतित पावन सीताराम !!

एक ही नारा, एक ही नाम !

जय श्रीराम, जय श्रीराम   !!

दातारं सर्व सम्पदाम् श्रीरामचंद्र,

भूयो-भूयो नमाम्यहम् सीताराम !

हे रामा पुरुषोत्तमा नरहरे दामोदरा..,

आप ही हमारे अनंत विश्राम !!

एक ही नारा, एक ही नाम !

जय श्रीराम, जय श्रीराम  !!

वैकुंठाधिपते श्रीराम चराचरपते,

श्रीलक्ष्मीपते पाहिमाम् सियाराम !

नमामि रामं रघुवंशनाथम्.....,

आप ही हो हमारे आत्माराम  !!

एक ही नारा, एक ही नाम !

जय श्रीराम, जय श्रीराम   !!

सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान