मुझे मेरी ये तन्हाईयाँ - सुनील गुप्ता
Mar 14, 2024, 23:36 IST
मुझे मेरी ये तन्हाईयाँ
नहीं करती हैं परेशान कभी !
क्योंकि मैं रहता व्यस्त......,
और अपने में बना सुखी !!1!!
नहीं मुझको सताती हैं
दुनिया की कोई भी चाहतें !
मैं तो बना रहता प्रसन्न.......,
सदैव प्रभु की भक्ति में !!2!!
नहीं मुझको है अभिलाषा
कि, औरों के जैसा बनूं !
है मेरी बस यही आशा......,
कि, प्रभु सेवा में लगा रहूं !!3!!
है मेरी सोच सदा सीधी
और सेवा भावना से भरी !
नहीं मन में है कोई पाप.....,
सभी के कल्याण मार्ग से जुड़ी!!4!!
है मुझे मेरी मंज़िल का
पता ठिकाना सदा ही से !
और सतत बढ़ते निरंतर आगे....,
पाना है एक दिन लक्ष्य यहाँ पे !!5!!
-सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान