गुलाब - सुनील गुप्ता
Dec 24, 2023, 23:42 IST
गुलशन में खिले, हैं कई गुलाब
कोई लाल पीला सफ़ेद गुलाबी !
महकाए चलें, ये मन की बगिया....,
हैं ये सारे दोस्त प्रिय करीबी !!1!!
हैं ये लाजवाब और खूबसूरत
महके इनसे सारा घर आँगन !
समझ जो पाए इनकी सीरत....,
वो बना रहे सदैव ख़ुश प्रसन्न !!2!!
गुलाब सदा से मन को भाए
और भाए भीनी ख़ुशबू महक !
ये साथी बनें हर उत्सव पर्व में......,
और साथ देते चलें अंत तक !!3!!
जीवन की हरेक सफलता में
ये स्वागत करते हैं बन हार !
और दुःख के हरेक पलों में.....,
ये चले आते हैं सजके पग द्वार !!4!!
है इनका काँटों से रिश्ता पुराना
तभी ये खिले रह पाते दिनभर !
और जिसने इनका दर्द है समझा....,
वही बना सच्चा मित्र यहांपर !!5!!
सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान