ग़ज़ल (हिंदी) - जसवीर सिंह हलधर
Mar 10, 2024, 22:56 IST
जवानों की सहादत पर करो मत वार नेता जी,
विदेशों में न बेचों कौम की दस्तार नेता जी।
अरे ओ बेख़बर गांधी के बंदर ध्यान से सुन लो ,
बगावत के नहीं बोलो कभी असआर नेता जी।
सुबूतों के तराजू में न तोलो काम फौजों का ,
तराने हिन्द की तानें न हो बेज़ार नेता जी।
सभी प्रश्नों के उत्तर हो जरूरी तो नही होता ,
करो मत चैनलों पर प्रश्न यूं बेकार नेता जी।
बुलंदी देख दुनिया में चिड़े कुछ देश भारत से ,
बनो मत चीन के तुम खास रिश्तेदार नेता जी।
तिरंगे की अगर तुम शान में धब्बा लगाओगे ,
सुनोगे गालियां "हलधर" की सौ सौ बार नेता जी।
- जसवीर सिंह हलधर, देहरादून