मेरी कलम से - डॉ. निशा सिंह
Aug 19, 2024, 23:39 IST
बात कोई भी मन को लुभाती नही।
हाल-ए-दिल तुमको पर मैं बताती नहीं।।
ख़ूबसूरत बहुत है ये दुनिया मगर।
बिन तुम्हारे मुझे रास आती नही।।
इश्क़ करना तो बंदगी करना ।
पाक दिल से ही आशिक़ी करना।।
जिसने चाहा हो टूटकर तुमको।
साथ उसके न दिल्लगी करना।।
गुलशन-ए-दुनिया को आबाद हमें रखना है।
ये चमन फिर कभी ऐसा न हो वीरान बने।।
-डॉ. निशा सिंह 'नवल' (लखनऊ)