दीपावली - रीता गुलाटी

 

आ सजा ले घर को हम भी रोशनी से।

माँग लेगे वर भी धन का लक्ष्मी जी से।

आ मनाऐ हम सभी दीपावली को।

अब गले से हम लगाये सादगी से।

सज रही है झोपड़ी भी आज देखो।

जगमगाते है दीयों की रोशनी से।

फैलती  है रोशनी  अब देव  आलय।

जल रहा है अब दिया भी भर खुशी से।

बाँट लेगे आज खुशियाँ दे मिठाई।

जगमगाने दिल लगेगे अब खुशी से।

- रीता गुलाटी ऋतंंभरा, चंडीगढ़