चौपाई छंद — मधु शुक्ला

 

श्रद्धा उमड़े अति सावन में।

रहे मगन मन शिव पूजन में।।

जय - जय  भोलेनाथ पुकारे।

नतमस्तक हो शिव के द्वारे।।

मिश्री,  दूध,  दही,  गंगाजल।

शमी,  धतूरा,  बेलपत्र  दल।।

अर्पित जो शिव जी को करते।

ध्यान सदा उनका शिव रखते।।

मन निर्मल शिव को है प्यारा।

सब  देवों  ने  यह  स्वीकारा।।

हाथ जोड़ जो बोलें बम - बम।

कृपा करें शिव उन पर हरदम।।

जै जै जै अनन्त अविनाशी।

हृदय हमारा मानो काशी।।

डेरा डालो आप यहीं पर।

करो कृपा प्रभु हे करुणाकर।।

 — मधु शुक्ला, सतना , मध्यप्रदेश