जीवन उनका धन्य हुआ - कलिका प्रसाद

 

गुरु चरणों में प्रेम हो जिसका

जीवन   उसका  धन्य   हुआ,

सत्कर्मो में जीवन जिसका

उसका जीवन सार्थक हुआ।

जो कर्मवीर पुरुष  हुये है

नित कार्यो में लगे रहते है,

स्वर्णाक्षरों अंकित होती है

उनकी    यश     गाथाएं।

जो सूरज  जैसे प्रकाशित होते

उनका जीवन  वन्दनीय होता,

कर्म साधना में वे लगे रहते

उनका जीवन  पूजनीय होता।

- कालिका प्रसाद सेमवाल

मानस सदन अपर बाजार

रुद्रप्रयाग  उत्तराखंड