जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में नारको कोआर्डिनेशन सेण्टर की बैठक आयोजित हुई

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हरिद्वार: जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में नारको कोआर्डिनेशन सेण्टर (NCORD) समिति की बैठक आयोजित हुई। 
    बैठक में अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) श्री पी0एल0 शाह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से ड्रग्स की रोकथाम आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। बैठक में जिलाधिकारी ने नशा मुक्ति के सम्बन्ध में किये गये प्रयासों की जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि इस सम्बन्ध में एक विशाल जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बच्चों में नशे के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिये स्कूलों में नुक्कड़ नाटक, योग, गायन, चित्रकला प्रतियोगिता आदि का समय-समय पर आयोजन किया जाता है। इसके अलावा नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर लगभग डेढ़ लाख बच्चों को नशे के खिलाफ शपथ दिलाई गयी। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि वर्ष 2024 तक उत्तराखण्ड को नशा मुक्त किया जाना है, उसी को ध्यान में रखते हुये सभी को आपसी समन्वय बनाते हुये कार्य करना होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि केवल कार्यक्रम आयोजित करना पर्याप्त नहीं है, जो भी कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, उनका दस्तावेजीकरण भी किया जाये ताकि समाज में नशा मुक्ति के सम्बन्ध में व्यापक जन-जागरूकता पैदा हो सके। उन्होंने कहा कि स्कूलों में इण्टरमीडिएट स्तर के बच्चे, कॉलेज के बच्चे तथा जिम में भी जो बच्चे जाते हैं, ऐसे आयु वर्ग के बच्चों को जागरूक करने के लिये, विशेष फोकस किया जाये। 
    श्री विनय शंकर पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो ड्रग्स के कारोबार में लिप्त हैं, ऐसे व्यक्तियों की अप्रत्यक्ष तौर पर पहचान करते हुये इसके स्रोत तक पहुंचने की जरूरत है ताकि नशे के कारोबार को जड़ से उखाड़ फेंका जाये। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त नशा मुक्ति के सम्बन्ध में अभिभावकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। 
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्कूलों/कॉलेजों में जब भी अध्यापक-अभिभावक मीटिंग हो, उसमें ड्रग्स के सम्बन्ध में जरूर विचार-विमर्श किया जाये तथा बच्चों को सप्ताह में एक दिन प्रार्थना के समय ड्रग्स के सम्बन्ध में जरूर जागरूक किया जाये तथा उनमें यह भाव पैदा किया जाये कि पढ़ाई के साथ-साथ अच्छा स्वास्थ्य भी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में रूटीन के अनुसार कार्य करने से नहीं चलेगा तथा इसमें भविष्य की पीढ़ी के लिये सभी को अपना-अपना योगदान देते हुये मिलकर कार्य करना होगा।  
    श्री विनय शंकर पाण्डेय ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्कूलों/कालेजों के 100 मीटर के दायरे में कोई भी तम्बाकू/ड्रग्स आदि की बिक्री नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि अगर कोई इस तरह का कार्य कर रहा है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये। 
    इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री बीर सिंह बुदियाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की श्री अभिनव शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट भगवानपुर श्री आशीष मिश्रा, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा, एसडीएम लक्सर श्री गोपाल राम बिनवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी श्री मनीष दत्त, मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री के0के0 गुप्ता, जिला आबकारी अधिकारी श्री प्रभा शंकर मिश्रा, एडी एनसीबी श्री दयानन्द, मुख्य कृषि अधिकारी श्री विजय देवराड़ी, समाज कल्याण अधिकारी श्री टी0आर0 मलेठा, डीपीओ श्री अविनाश भदौरिया, सुश्री अनीता भारती, नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के प्रतिनिधि, पुलिस, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित सम्बन्धित पदाधिकारी/अधिकारीगण उपस्थित थे।