जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सार्वजनिक पुस्तकालय पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया 

 | 
uk

  जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आज मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भवन विस्तारीकरण कार्य एवं सार्वजनिक पुस्तकालय पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर चल रहे कार्यों का जायजा लिया।
       जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता हितेश पाल को निर्देश दिए हैं कि सार्वजनिक पुस्तकालय का जो भी कार्य अवशेष रह गया है जिसमें दरवाजे, खिड़की, विद्युतीकरण आदि कार्यों को तत्परता से करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह सार्वजनिक पुस्तकालय में शहर में अवस्थित है जिसमें बच्चे एवं बुजुर्ग पठन-पाठन के लिए यहां आते हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए अध्ययन करने आने वाले बच्चों को पठन-पाठन में व्यवधान न हो इसके लिए उन्होंने बच्चों के अध्ययन के लिए दूसरी मंजिल में कक्ष तैयार करने को कहा तथा बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए प्रथम तल पर ही पठन-पाठन की व्यवस्था करने को कहा जिससे बच्चों एवं बुजुर्गों को किसी भी प्रकार से कोई परेशानी न हो तथा इसके लिए उन्होंने पुस्तकालय में फर्नीचर की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराए जाने के भी निर्देश दिए तथा जो भी कार्य किया जाना है उस कार्य को 15 जून, 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए जिससे कि पुस्तकालय का संचालन जल्द से जल्द किया जा सके तथा बच्चों एवं बुजुर्गों को इसका लाभ जल्द से जल्द हो। इसके साथ ही पुस्तकालय की दीवार पर वाल पेंटिंग करने के भी निर्देश दिए।
      जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में किए जा रहे भवन विस्तारणीकरण निर्माण कार्य का भी जायजा लेते हुए अवशेष कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए।
       अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग हितेश पाल ने अवगत कराया है कि सार्वजनिक पुस्तकालय में शहर के छात्र-छात्राओं एवं बुजुर्ग व्यक्तियों को पठन-पाठन हेतु बेहतर सुविधा उपलब्ध हो तथा बच्चे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां ठीक ढंग से कर सकें तथा पुस्तकालय के पुनर्निर्माण कार्य एवं फर्नीचर उपलब्ध कराए जाने हेतु जिलाधिकारी द्वारा खनन न्यास निधि से 31 लाख 67 हजार की धनराशि स्वीकृत की गई है।  उन्होंने अवगत कराया है कि मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के भवन विस्तारीकरण हेतु जिलाधिकारी द्वारा जिला योजना मद से 25 लाख 54 हजार की धनराशि स्वीकृत की गई है, जिससे यह कार्य किया जा रहा है।