उत्तराखंड में जन्मे योगी अब पूरे देश की धरोहर : धामी

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Vivratidarpan.com यमकेश्वर -उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने उत्तराखंड भ्रमण के तहत जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर में कहा कि मैं व्यक्तिगत रुप से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि पूज्य गुरु जी को उनकी जन्मभूमि पर सम्मान दे पा रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे लिए गौरव की बात है कि मैं अपने स्कूली गुरुजनों का सम्मान कर पा रहा हूं! कहा कि उत्तराखंड में सबसे बड़ी समस्या पलायन है यहां के लोग पलायन कर रहे हैं यहां अच्छी शिक्षा अच्छा माहौल सौंदर्य और संभावनाएं हैं। उत्तराखंड का युवा जहां भी जाता है अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाता है। उन्होंने कहा कि देश 2014 बाद नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। सन 2000 से पूर्व सभी लोग यूपी के ही हैं। कोरोना में बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है लेकिन भारत का सबसे बढ़िया प्रबंधन पूरे विश्व में सराहा गया, पहले महामारी में मौतें बीमारी से ज्यादा भुखमरी से होती थी लेकिन अब  प्रधानमंत्री मोदी  के नेतृत्व में देश बदल चुका है,सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है उन्होंने कहा कि देश को बचाना है तो उत्तराखंड के पलायन को रोकना होगा क्योंकि उत्तराखंड देश की उत्तरी सीमा है पलायन रोकने के लिए वृक्षारोपण जल संरक्षण को बढ़ावा देना होगा। उत्तराखंड मे आध्यात्मिक पर्यटन को इको पर्यटन से जोड़ना होगाl योगी ने कहा कि ने कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा लेकिन इसके लिए पलायन को रोकना पड़ेगा जहां अन्य राज्यों में अव्यवस्था फैली है वही उत्तर प्रदेश में आज ईद के अवसर पर कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश में व्यक्तिगत आस्था पर कोई प्रतिबंध नहीं है किंतु उससे किसी अन्य को असुविधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है जन भावना के साथ आस्था के नाम पर खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश से लगभग एक लाख अनावश्यक माइक हटवाए हैं और कहीं कोई विवाद नहीं है। योगी ने कहा कि चंपावत के उप चुनाव के प्रचार का शुभारंभ आज यमकेश्वर की इस पावन धरती से हो गया है। योगी  ने कहा कि उत्तर प्रदेश उत्तराखंड की 21 वर्षों से जकड़ी समस्या का समाधान अंतिम चरण पर है। कहा कि बड़ों की अच्छाइयां देखें कम या नहीं आस्था का सम्मान दूसरों की भावना का सम्मान रखते हुए करना चाहिए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने गुरुजनों राजेंद्र सिंह रावत, राजेंद्र सिंह भंडारी, महिमानंंद बड़थ्वाल, सत्य प्रसाद बड़थ्वाल को सम्मानित किया।