यूकेएसएसएससी मामले में 35 वीं गिरफ़्तारी

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Vivratidarpan.com देहरादून-  UKSSSC पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री   पुष्कर सिंह धामी  के सख़्त निर्देशों के क्रम में   स्पेशल टास्क फ़ोर्स उत्तराखण्ड (STF) की कार्रवाई लगातार जारी है। इस मामले में आज एसटीएफ ने 35वीं गिरफ़्तारी कर ली है। इसके साथ ही यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले में पूर्व में गिरफ्तार चार अभियुक्तों की जुडिशल रिमांड की कार्यवाही भी सचिवालय रक्षक परीक्षा लीक मुकदमे में की गई है। सूत्रो के हवाले से मिली ताजा जानकारी के अनुसार यूकेएसएससी परीक्षा धांधली से लेकर विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में कार्रवाई के बाद अब धामी सरकार ने एक और भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया है। चालान के जुर्माने को अधिक वसूलने और दस्तावेजों के साथ छेड़खानी करने के आरोप में विजिलेंस ने एआरटीओ आनंद जायसवाल को गिरफ्तार किया।  वही मिडिया रिपोर्ट के अनुसार जायसवाल वर्तमान में देहरादून परिवहन मुख्यालय में तैनात थे।

बता दें कि PCS अधिकारी और एआरटीओ आनंद जायसवाल पर भ्रष्टाचार के मामले को लेकर 2017 में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया था। ऋषिकेश में तैनाती के दौरान एआरटीओ आनंद जायसवाल ने भ्रष्टाचार किया था। PCS अधिकारी आनंद जायसवाल पर चालान के जुर्माने को अधिक वसूलना और राजस्व कोष में कम पैसा दर्शाने के गंभीर आरोप के चलते विजिलेंस ने 20,467468471409 आईपीसी एवं 13 ( 1) 13 (2) PC एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार किया गया है। वही जिसमें  उत्तराखण्ड में  वन दरोगा ऑनलाइन परीक्षा मामले में भी 2 अभियुक्त पहले गिरफ्तार हो चुके हैं।  पिछले कुछ दिनों में इस प्रकार अलग-अलग दर्ज तीन मुकदमों में कुल 38 लोग की गिरफ्तारी हो चुकी है।

वही इस दौरान सीएम उत्तराखंड के सख्त निर्देश के क्रम में कि किसी भी दोषी को बख्शा जाए इसलिए पेपर लीक मामले में फरार दो अपराधी क्रमश: सादिक मूसा निवासी अंबेडकरनगर उत्तर प्रदेश पर दो लाख का ईनाम और योगेश्वर राव निवासी गाजीपुर उत्तर प्रदेश पर गिरफ्तारी पर एक लाख का ईनाम पुलिस महानिदेशक द्वारा घोषित किया गया है वही इसी के साथ  उत्तराखंड STF द्वारा पेपर लीक मामले में गिरफ़्तार अभियुक्त संदीप शर्मा पुत्र स्वर्गीय राजेश शर्मा निवासी जुल्हान मोहल्ला जसपुर जनपद उधम सिंह नगर अभियुक्त ने अन्य अभियुक्त के साथ मिलकर गाजियाबाद एक फ्लैट में जनपद उधम सिंह नगर एवं जनपद हरिद्वार के कई अभ्यर्थियों को ले जाकर प्रश्न पत्र हल कराया गया था।