ईश्वर का सुमिरन करू - कालिका प्रसाद
Nov 24, 2023, 23:46 IST
| हे मेरे प्रभु मेरी तुमसे यही प्रार्थना,
दुर्गणों में कभी न फंसे मेरी आत्मा।
दया ,धर्म,सत्य अहिंसा से जुड़ा रहे नाता,
काम क्रोध लोभ मोह से न रहे कभी नाता।
ऐसी बुद्धि हमें देना मेरे केदारनाथ,
दूसरे का दुख देख दुखी हो जाय आत्मा।
छल, कपट,ईर्ष्या मन में कभी भी न आये,
ज्ञान के प्रकाश से अज्ञान का हो खात्मा।
मन हर समय रहे ईश्वर की भक्ति में रहे,
प्रेम के प्रवाह बहती रहे मेरी आत्मा ।
- कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रूद्रप्रयाग उत्तराखण्ड