यह निश्चय हो मन में इस बार - हरी राम यादव
Oct 25, 2023, 23:51 IST
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कंधे पर कर्मों का धनुष रहे ,
मन में हो आशा के तीक्ष्ण बाण ।
सपनों की सरहद हो खूब ऊँची,
और संग हो हौसलों की उड़ान ।
मन में समाज की समता हो,
न हो दिल में ऊंच नीच का भेद।
बल, बुद्धि विद्या और विवेक में,
झलके केवल श्रम और स्वेद।
दहन करो इस दशमी के दिन,
रिश्वतखोरी का देशी रावण।
भ्रष्टाचारी व्यभिचारी के बहिष्कार का,
लो अपने मन में भीषण प्रण।
उद्धार करो अपने समाज का,
शिक्षा की लौ का ले उजियार।
भूखा सोये न जग में कोई प्राणी,
यह निश्चय हो मन में इस बार।।
- हरी राम यादव, अयोध्या , उत्तर प्रदेश
फोन नंबर – 7087815074