शिव शक्ति मिलाप - सुनील गुप्ता
(1)"शिव ", शिव जहां, वहां शक्ति है
और जहां प्रेम, वहां भक्ति !
होए जहां दोनों का मिलाप......,
वह करे प्रस्तुत अलौकिक स्तुति !!
(2)"शक्ति ", शक्ति है भक्ति का पर्याय
और जहां शिव, वहां बसे पार्वती !
प्रकृति और पुरुष का संयोग मेल......,
सदा जीवन में रचाए अनुरक्ति !!
(3)" मिलाप ", मिलाप होता वहीं जहां होए है प्रेम
और ये मिलाए शक्ति भक्ति को !
फिर बन आए हरेक राह आसान.....,
और दे जाए यथार्थ अर्थ जीवन को !!
(4)" शिव शक्ति मिलाप ",देता है अद्भुत संदेश
और रचाए चले जीवन अप्रतिम !
जहां भगवती का मिले है वरदहस्त...,
वह जीवन बन आता श्रेष्ठ अनुपम !!
(5)"शिव शक्ति मिलाप ", चले है संसार रचाए
और खिलाए सरसाए है जीवन !
सदैव दिए चले शाश्वत प्रेम शक्ति......,
और बनाए जीवन को खुश प्रसन्न !!
-सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान