रेजा पार ई होली - अनिरुद्ध कुमार
Wed, 8 Mar 2023
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जुड़ा जाला लुभा जाला करे गुलजार ई होली,
निभाये प्यार के रिश्ता लुटा रंग धार ई होली।
सजा जाला बसा जाला मुहब्बत भी,जता जाला,
बढ़े दिल के सदा धड़कन, बड़ी दिलदार ई होली।
मिटा देला कलह झगड़ा करेजा में सटा सबके,
रहीं दिलदार बनके सब गुले गुलनार ई होली।
जुबां पर गीत मस्ती के हवा में फागुनी सरगम,
थिरक उट्ठे खनक पायल लगे झंकार ई होली।
लुभाये मद भरल नैना सुहाये चाल यौवन के
चुनर फहरे सदा लहरे पहिर गलहार ई होली।
जहाँ देखीं तमाशा बा नयन मटके दिलासा बा,
जलाये प्रीत के बाती गजब इकरार ई होली।
जमाना रंग में तरबर लगे'अनि 'भी तनी हटके,
बसाके प्यार मन मंदिर करेजा पार ई होली।
- अनिरुद्ध कुमार सिंह, धनबाद, झारखंड