मानवता का धर्म - सुनील गुप्ता
Mar 23, 2024, 23:40 IST
| मानवता का धर्म
है सबसे परम
और सबसे बड़ा कर्म !
चलें सदा इसे निभाते......,
और करते चलें सेवाकर्म !!1!!
कभी ना इससे
हम मुँह मोड़ें
और पुनीत कार्य करें !
मानवता के कल्याण हेतु.....,
पुण्य धर्म कर्म करते रहें !!2!!
बिना मोह आसक्ति
निस्वार्थ भाव संग
करते चलें सदा पुरुषार्थ !
और प्रेम प्यार बरसाए.....,
देते चलें जीवन को अर्थ !!3!!
ये धरा प्रकृति
जीव जंतु जगत
सेवा का पाठ सिखलाएं !
और स्वयं के लिए ना जीएं.......,
वही मानव, श्रेष्ठ मानव कहलाए !!4!!
मानवता धर्म सिखाए
चलें बांटते खुशियाँ
सदैव आनंद प्रेम प्यार अपार !
महकाते मन की बगिया.....,
और करें समानता का हम व्यवहार !!5!!
-सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान