राम-रसायन - भूपेन्द्र राघव
प्रभु के पद-कमलों से उपकृत, मैं नन्हां कण हूँ रज हूँ,
मुझे गर्व है, इस धरती पर, मैं भी रघुकुल वंशज हूँ।
त्रिलोकी के न्यायधीश का
वंश पूछने वालो तुम
कोरे कागज पर लिखवाकर
सत्यापित करवालो तुम
रूधिर परीक्षण के ले आओ
नए परिष्कृत यंत्रों को
मेरे शोणित में पाओगे
राम नाम के मंत्रों को
आवाजें होंगी, दशरथ हूँ, भृगु हूँ, लक्षमण हूँ, अज हूँ ,
मुझे गर्व है, इस धरती पर, मैं भी रघुकुल वंशज हूँ ।
अगर राम का वंश पूछना
है सरयू से पूछो तुम
मात सिया को अंक समेटा
पावन भू से पूछो तुम
पत्थर पत्थर राम-सेतु का
स्वयं गवाही देता है
रामेश्वर में राम नाम का
शब्द सुनायी देता है
सूर्य-वर्ण का, सूर्य वंश का, मैं अजेय भगवा ध्वज हूँ,
मुझे गर्व है, इस धरती पर, मैं भी रघुकुल वंशज हूँ।
सत्यमेव जयते प्रवर्तक
श्रीराम सा कौन भला
अगर सत्य का नहीं पता है
तो फिर रहना मौन भला
तुम में मुझमें चरअचरों में
रघुनंदन का अंश यहाँ
भूमंडल के भाग भाग पर
इक्ष्वाकु अनुवंश यहाँ
उसी अंश से प्रादुर्भावित, मनुज, दूब, अज़ हूँ, गज हूँ,
मुझे गर्व है, इस धरती पर, मैं भी रघुकुल वंशज हूँ।
- भूपेन्द्र राघव , खुर्जा , उत्तर प्रदेश