केशव कल्चर संस्था द्वारा मनाया गया फाग महोत्सव

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vivratidarpan.com - केशव कल्चर संस्था के तत्वाधान में फाग महोत्सव 2024 के अंतर्गत  होली के उपलक्ष्य में कृष्ण प्रेम से ओतप्रोत  भाव से 'होलीकोत्सव' मनाया गया जिसके अंतर्गत विभिन्न राज्यों से जाने माने कवियों ने ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में प्रतिभागिता देकर कार्यक्रम को सफल बनाया l

21 मार्च को केशव कल्चर के ऑनलाइन कार्यक्रम में इन कवियों की कृष्णमयी प्रस्तुतियों ने पुनः सभी कृष्ण प्रेमियों का मन महका दिया और फाग महोत्सव 2024 के ऑनलाइन कार्यक्रम को सही अर्थो में चरितार्थ कर दिया l 

कार्यक्रम का शुभारम्भ डा अभिषेक मेहरोत्रा ने मंगलाचरण गा कर किया  तत्पश्चात संरक्षक सुरेश खांडवेकर ने राग भाटियार में सरस्वती वन्दना की l

तत्पश्चात संरक्षक सुरेश खांडवेकर ने राग बटियार में -

माँ शारदे

यथार्थ ज्ञान से तार दे

तिमिर छाया है ऊर में

ज्ञान प्रकाश भर दे

विचलन भरा है मन में

तू ही अब स्थिर कर दे'

 माँ शारदे की वंदना की l

 कौस्तुभ कवि वंदना सिंह ने भी वीणा वादिनी की स्तुति में काव्य पाठ किया l बलराम यादव देवरा, नीरज कुमार नीर, कौशल किशोर, डा. निराला पाठक,  डा. सरस्वती प्रसाद पांडेय, डा. अर्जुन गुप्ता गुंजन ,  इं. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव "प्रणय",  विजय सिंह धाकड़ एवं विनीता लवानियाँ  ने भी सुन्दर रचनाओं से पटल को होली के रंगों से भर दिया l कार्यक्रम हेतु संस्था सभी रचनाकारों का हृदय तल से आभार व्यक्त करती है l

कार्यक्रम में प्रतिभा शर्मा, सरिता गर्ग सरि एवं  प्रशांत कुमार द्विवेदी की उपस्थिति भी वंदनीय रही l ये कार्यक्रम अनवरत 2:30 घंटे चला और सभी ने इसको सफल बनाने में भरपूर सहयोग दिया l संस्था की और से सभी  प्रतिभागियों को कौस्तुभ कवि सम्मान 2024 से सम्मानित  किया गया है ।  इस कार्यक्रम की रुपरेखा एवं कार्यक्रम को गूगल मीट पर सुचारू ढंग से कराने की जिम्मेदारी संस्थापिका दीप्ति शुक्ला ने निभाई।

कार्यक्रम का मंच संचालन डा. ममता गाबा और सह संचालन अनुज कुमार तिवारी ने किया l डा. ममता गाबा पुनः अपने सुकोमल शब्द पुष्पों से सभी का स्वागत कर मन उपवन को महकाने में सफल रहीं। अनुज कुमार तिवारी का मंच संचालन में गजब का अनुशासन और समय प्रतिबद्धता देखने को मिली l दोनों ही सक्षम एवं सफल मंच संचालक हैं और उन्होंने अपनी अपनी जिम्मेदारी को बेहद सुन्दर तरीके से निभाया l

कार्यक्रम की अध्यक्षता सुनीता श्रीवास्तव ने की एवं अंत में सभी का यथोचित आभार प्रकट किया l केशव कल्चर के प्रति यह सभी का अगाध प्रेम  और  समर्पण  ही है कि इस उपवन में नित रंग बिरंगे पुष्प खिल रहें हैं l संस्था सभी का हृदतल से आभार प्रकट करती है l  होली के पावन अवसर पर कान्हा के रंग में रंगे हुए केशव परिवार के समस्त सदस्यों ने कार्यक्रम को अति आनन्ददायी बना दिया ।

संस्था की संरक्षिका डा. ममता गाबा (नई दिल्ली) जो श्रीकृष्ण में परम निष्ठा रखती हैं और जो संस्कृत और योग की शिक्षिका भी हैं, का कहना है "केशव कल्चर के माध्यम से दीप्ति ने ऐसा सुन्दर एवम् दिव्य मार्ग प्रशस्त किया है जो हम सब के जीवन में शारीरिक, मानसिक एवम् आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करके, नवरंगों की ऐसी चूनर ओढ़ाते हुए हृदय को प्रेम, भक्ति, आनन्द,शान्ति, शक्ति, सुख, समृद्धि, ज्ञान रूपी अमृत का पान करातै हुए रंगों की शीतलता, मधुरता एवम् समरसता का आभास करायेगा जिससे हम सब का जीवन कान्हा की कृपा से दिव्य आनन्द से युक्त होगा एवम् आभामण्डल चमक उठेगा।"

विदित हो केशव कल्चर संस्था पिछले एक माह से फाग सम्बन्धी गतिविधियों में निरंतर संलग्न है l अभी हाल ही में फाग पर ऑनलाइन काव्यगोष्टी की गई थी और 3 मार्च को दिल्ली के बंग भवन में 'फाग महोत्सव' का भव्य सांस्कृतिक  आयोजन किया गया था जिसमें संस्था ने फागुन आयो रे नाम से 67 कवियों के एक साझा संकलन पुस्तक का भव्य विमोचन भी किया गया था l ये संस्था विगत दो वर्षो में श्रीराधा कृष्ण में परम आस्था रखते हुए अनेकानेक कार्य कर रही है l संस्था भविष्य में भी ऐसे ही कार्यक्रम करते रहने के लिए संकल्पित है l