नेपाली मुक्तक - डा.दिव्य-प्रियंवदा काफ्ले आचार्य
Dec 13, 2023, 23:17 IST
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जवानीमा आकर्षण हुन्छ प्रेम जहिले हुन सक्छ,
दया दाक्षिण्य आदि गुणले भित्र मन छुन सक्छ।
कहाँ कोसित कसरी को ठोक्किन्छ थाहा हुँदैन,
पराइ पनि मनले आफ्नो बनेर पीडा धुन सक्छ।
हिंदी -
जवानी में कशिश होती है, प्यार तो हो ही सकता है,
दयालुता दक्षिण आदि दिल को भीतर छू सकते हैं।
कहाँ और कैसे टकराना है पता नहीं,
अजनबी अपना बनकर दर्द धो सकते हैं।
- डा.दिव्य-प्रियंवदा काफ्ले आचार्य, काठमांडू, नेपाल