नवरात्रि मुक्तक - कर्नल प्रवीण त्रिपाठी
Apr 12, 2024, 23:25 IST
| नवरात्रि मुक्तक ३ - चन्द्रघण्टा
मातु चन्द्रघण्टा तुम्हें, मन से करें प्रणाम।
वरदहस्त रख शीश पर, कृपा करो अविराम।।
शंख और घण्टे बजें, उपजे ऐसे राग।
विपदाएं सब दूर हों, सबके जागें भाग।।
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नवरात्रि मुक्तक ४ - कूष्मांडा माता
कूष्मांडा माता करो, सर्व जगत कल्यान।
तेरे चरणों मे सदा, लगा रहे बस ध्यान।।
मनसा वाचा कर्मणा, धरे तुम्हारा ध्यान।
देवी के आशीष से, जग में बढ़ता मान।।
- कर्नल प्रवीण त्रिपाठी,नोएडा, उत्तर प्रदेश