राष्ट्रीय कवि संगम के तत्वावधान में भव्य काव्य गोष्ठी व सम्मान समारोह आयोजित

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Vivratidarpan.com मुंगेली (छत्तीसगढ़) - राष्ट्रीय कवि संगम इकाई मुंगेली, छत्तीसगढ़ के द्वारा संयुक्त महापर्व विषय के तहत ऑनलाइन भव्य काव्य गोष्ठी व सम्मान समारोह आयोजित की गई। सर्वप्रथम सरस्वती वंदना विभा सोनी मुंगेली और स्वागत गीत गायक सूर्यकांत कुर्रे उदका के द्वारा प्रस्तुत की गई। मंच संचालन का कार्य अनिल जायसवाल, बिलासपुर ने किये। काव्य गोष्ठी के मुख्य अतिथि नंदिता माजी शर्मा मुंबई, महाराष्ट्र थी। इन्होंने कवियों को निरंतर अच्छी कविता लिखने और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। विशिष्ट अतिथि डॉ.अर्चना श्रेया बैंगलोर, कर्नाटक और मुस्कान केशरी मुजफ्फरपुर, बिहार थी। अतिथि सहोरिक यादव घुठेली, मुंगेली नायब तहसीलदार बिलासपुर और कुमारी गुड़िया गौतम जलगाँव महाराष्ट्र थे। गोष्ठी के समीक्षक हंसदेव बाँधड़े मुंगेली थे। यह काव्य गोष्ठी इकाई के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार यादव के अध्यक्षता में आयोजित की गई। आमंत्रित स्वर कवि एवं कवयित्रियाँ- सागर केशरवानी घुठेरा नवागाँव, मुंगेली, गायक तोषण चुरेन्द्र दिनकर धनगाँव बालोद, परवीन बेबी दिवाकर मुंगेली, रामा साहू संयम मुंगेली, ओ.पी.कौशिक रतनपुरिहा पेंड्रा, जी.पी.एम, सुरेश बन्छोर पाटन भिलाई, संध्या राव गौरेला पेंड्रा, मुकेश कुमार सोनकर भाठागाँव रायपुर, संजय कुमार श्रीवास्तव लखीमपुर खीरी उत्तरप्रदेश, लोकेश कुमार साहू प्रतापपुर मुंगेली, बलराम यादव देवरा, कृष्ण कुमार तिवारी लोरमी, भरत डोरे बघर्रा कबीरधाम, देवप्रसाद पात्रे मुंगेली, रविकांत वर्मा बिलासपुर, रामभरोस यादव जमकोर, यशवंत पात्रे, करन टंडन, सलीम कुर्रे और आदित्य बघेल सहित सभी साहित्यकारों ने दीपावली, छत्तीसगढ़ी कविता, संघर्ष, करवा चौथ, प्रेम की परिभाषा, हास्य, तुलसी विवाह, भारत का संविधान, जीवन की कहानी, इक्कीसवीं सदी का मानव, प्रकृति, कार्य के महत्व, देशभक्ति, किसान, कितना बदल गया इंसान और क्योंकि हम कवि हैं शीर्षक के तहत काव्य पाठ किये। सभी साहित्यकारों को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। काव्य गोष्ठी के अंत में डॉक्टर अलका यादव बिलासपुर ने आभार प्रकट किया।