मेरा गाँव - सुनील गुप्ता
है मेरा गाँव
बड़ा अति सुन्दर
और है देखने लायक काबिल !
बसें इसमें हैं सभी तरह के लोग.....,
और इसने स्वच्छता का किया तमगा हासिल !!1!!
है मेरा गाँव
पढ़ा लिखा सुशिक्षित
और है चहुँ ओर यहां पे खुशहाली !
हैं यहां आम नीम अमरुद के पेड़.....,
और रहती सदैव पीपल बरगद से हरियाली !!2!!
है मेरा गाँव
सामाजिक समरसता का प्रतीक
और हैं यहां मंदिर,मस्जिद,चर्च,गुरूद्वारे !
रहते सभी यहां प्रेम संग मिलजुल कर....,
और करते भरपूर सहयोग मिलकर सारे !!3!!
है मेरा गाँव
सभी सुविधाओं से सम्पन्न
और हैं यहां अस्पताल विद्यालय काम करने वाले !
कभी किसी बात में रहे नहीं कोई कमी.....,
और हैं यहां के बच्चे सभी ख़ूब पढ़ने वाले !!4!!
है मेरा गाँव पिपलांत्री
जो है राज्य में सर्वश्रेष्ठ
और इसने किया पेश बेमिसाल एक उदाहरण ख़ास !
यहां पर लेने वाली हरेक कन्या जन्म पर......,
किए जाते हैं एकसौ ग्यारह पौधों का रोपण विशेष!!
आज ये गाँव
बना विश्व प्रसिद्ध
और यहां आते हैं देखनेवाले लाखों टूरिस्ट !
है इसकी महिमा अति विशेष न्यारी प्यारी......,
और है ये उदयपुर के पास राजसमंद में स्थित !!
बना ये गाँव
निर्मल स्वजल आदर्श ग्राम
और है बेहद ही खूबसूरत पर्यटक गाँव !
है ये सभी ग्रामवासियों का सुप्रयास का फल..,
और सभी के सहयोग से बना ये उत्तम गाँव !!7!!
-सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान