मेरी जिंदगी का संगीत - सुनील गुप्ता
Aug 30, 2024, 23:19 IST
| ( 1 ) " मेरी ", मेरी
जिंदगी का संगीत,
हो तुम प्रिय अर्धांगिनी !
चलूँ गाता नित नया एक गीत....,
और कटती चले जाए ये जिंदगानी !!
( 2 ) " जिंदगी ", जिंदगी
का ये सफर,
बनें साथ तेरे रंगीन !
तू है तो, सुहानी हैं राहें......,
और चलूँ बजाता जीवन साज बीन !!
( 3 ) " का ", कामनाएं
जीवन की मेरी,
कि, रहे सदा तू प्रसन्न अपार !
पी जाऊँ, दुःख-गम सारे तेरे....,
और लेकर चलूँ, तुझे चाँद के पार !!
( 4 ) " संगीत ", संगीत
सुनें अंतस का,
फिर, सुबह ओ शाम गुनगुनाऊँ !
सदैव उठती चलें मधुर रागिनी तरंगे.....,
और देख तेरा अप्रतिम शुभानन मुस्कुराऊँ!!
- सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान