अवध श्री राम आए हैं - मीनू कौशिक
Nov 13, 2023, 22:27 IST
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बिता चौदह बरस वन में , अवध श्री राम आए हैं ।
मिटाकर वंश रावण का , जगत सुखधाम आए हैं ।
दिवाली है बड़ा संदेश, जग के हर दशानन को ,
कि सच के सामने छल,और कपट न काम आए हैं ।
पिता की मानकर आज्ञा , वो सिंहासन तज देता है ।
पराई पीर पीकर भी , वो पीड़ा में मुस्काता है ।
यूं ही , एक ही दिवस में ही नहीं, कोई राम बन जाता ,
हवन खुशियों का करता है ,वो वन वन ठोकर खाता है ।
त्याग विनय की मूरत राम, जय श्री राम जय श्री राम ।
मेरे साथ सब मिलकर बोलो,जय श्री राम जय श्री राम ।
अंत समय के साथी राम , जय श्री राम जय श्री राम ।
जग में सबसे प्यारा नाम , जय श्री राम जय श्री राम ।
जय श्री राम जय श्री राम , जय श्री राम जय श्री राम ।
✍️ मीनू कौशिक "तेजस्विनी", दिल्ली