जिंदगी हँसती रहे - अनिरुद्ध कुमार

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रख भरोसा राम पे, ये रौशनी जलती रहे,

हो गुजारा शान से, चारों तरफ मस्ती रहे।

प्यार हो ना खार हो गुलजार हो सारा जहाँ,

हर तरफ सुख-चैन की यह बांसुरी बजती रहे।

राम के गुनगान से जीना सदा आसान हो,

झूम गायेगी बहारें श्रीराम धुन बजती रहे।

राम जग के प्राण है श्री राम ही आधार है,

रामका जयकार हो खुशहाल ये धरती रहे।

राममय संसार हो श्री राम का जयकार हो,

राम बिन जीना नहीं प्रभु राम की हसती रहे।

राम में हीं प्राण हो श्री राम का हीं ध्यान हो,

राम हीं आदर्श हों यह जिंदगी पलती रहे।

भाव की गंगा बहे श्रीराम जग मुख से कहे,

राम 'अनि' के मन बसें ये जिंदगी हँसती रहे।

- अनिरुद्ध कुमार सिंह, धनबाद, झारखंड