चलें आदित्य की ओर - सुनील गुप्ता
आओ चलें आदित्य की ओर
चंद्र मिशन अब पूरा करके !
और छू आएं दिनकर को हम....,
भारत का परचम लहराएं !!1!!
उड़नी है हौसलों की उड़ान
दिखलाना है पूरी दुनिया को !
कि, दिया था जिसने ये ज्ञान सभी....,
वो, सोने की चिड़िया भारत है !!2!!
सभी ग्रह नक्षत्र और चाँद तारे
हैं हमारी पहुँच से दूर नहीं !
होंगे सपने साकार हमारे सारे....,
अब दिवाकर भी दूर हमसे नहीं !!3!!
क्या धरती और क्या अंबर
अब भारत का डंका बज रहा !
चहुँओर हो रही जय-जयकार...,
और विकास का रथ बढ़ रहा !!4!!
है देख अचंभित पूरी दुनिया
बढ़ती हिंदुस्तान की आन बान शान !
अब दुनिया के नक़्शे पे छाया.....,
भारत का किसान जवान और विज्ञान!!5!!
चले दुनिया भारत को करे सलाम
और गूंजें धर्म हिंदू सनातन ज्ञान !
अब सभी करते चलें नमस्ते प्रणाम.....,
और भारत की संस्कृति का मान सम्मान!!6!!
अब पूरी दुनिया देख समझ चुकी
भारत के धर्म शक्ति की ताकत !
और चली वसुधैव कुटुम्बकम् की ओर....,
करने धरा प्रकृति की हिफाज़त !!7!!
सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान