बुलंदी साहित्य संस्था द्वारा रुद्रपुर में कवि सम्मेलन आयोजित 

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vivratidarpan.comसिरोही (राजस्थान) - बुलंदी संस्था के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी गुरुदीन वर्मा के अनुसार बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति (पंजीकृत अंतर्राष्ट्रीय) द्वारा कल मद्रास कैफ़े रूद्रपुर (उत्तराखंड)  में कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इस कवि सम्मेलन में पंकज शर्मा दिल्ली, हरीश शर्मा यमदूत मुंबई, पी के दिवाना बरेली, हरीश भदौरिया आगरा, शाहजहांपुर से अरुण प्रताप भदौरिया, रिंकू निगम दिल्ली, मंजू जोशी हल्द्वानी, ममता नेगी, अक्षिता रावत चमोली, नीलेश कुमार पीलीभीत ,सीमा मौर्य शैली बरेली उत्तर प्रदेश, ममता वेद बाजपुर, बासन्ती सामंत खटीमा से काव्य पाठ हेतु आए। नोयड़ा से आए कवि पंकज शर्मा ने बेटियों सहित मानवीय संवेदना की रचना पढ़ते हुए कहा कि अंधेरा मन से ना जाय तो ऐसी रोशनी क्या है,

मुंबई से आए हरीश शर्मा यमदूत ने हास्य व्यंग की कविता पढ़ते हुए कहा कि इंसान तो वैसे भी अब अश्लील नृत्य व गानों में मगन हैl आगरा से आए हरीश भदौरिया ने कहा कि पुराने जमाने की लम्हात अभी बाकी हैं, शाहजहांपुर के आए अरुण प्रताप भदोरिया ने कहा कि मैं बाबूजी के जमाने का चूल्हा चक्की ढूंढ रहा हूँ, दिल्ली से आए रिंकू निगम  बोला कि जवानी में हवाला खयालात होश में रखें। कार्यक्रम का शुभारंभ बरेली से आये पीके दीवाना एवं संस्था के संस्थापक बादल बाजपुरी एवं पंकज शर्मा ने किया l

बुलंदी संस्था ने इससे पहले नवंबर- 22 में उत्तराखंड का सबसे बड़ा धरातलीय कार्यक्रम उत्तराखंड काव्य महोत्सव रुद्रपुर शहर मे आयोजित करवाया थाl जिसमें देश भर से आये 300 कलमकारों ने काव्य पाठ किया था | बुलंदी संस्था वर्ष 2021 एवं 2022 में  207 घण्टे और 400 घण्टे अनवरत वर्च्युअल कवि सम्मेलन आयोजित करवाकर दो बार विश्व रिकॉर्ड बना चुकी है l जिसको इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। बुलंदी संस्था उत्तराखंड के बाजपुर से संचालित होती है जिसका उद्देश्य नवोदित कलमकारों को मंच प्रदान करना है और इसके लिए संस्था निःस्वार्थ भाव से कार्य कर रही है।