कबीर - सुनील गुप्ता

(1)"क ", कह गए कबीर वो अद्भुत बातें
जो जन मानस के ह्रदय में उतर गयीं !
अपनी साखी सबद रमैनी दोहों से....,
जीवन का फलसफ़ा सीखा गयीं !!
(2)"बी ", बीता भोगा हर जीवन का अनुभव
उनके दोहों में छिपा था सत्य सार !
अपनी सरल विरल वाणी कर्मों से ....,
निसृत था उनका पूरा काव्य संसार !!
(3)"र ", रमैनी के द्वारा संत कबीर ने
हिंदू मुस्लिम को दी धार्मिक शिक्षाएं !
रमनिनी है 'बीजक' की प्रस्तावना....,
जिसके चौरासी पदों में छिपी जीवन दीक्षाएं !!
(4)"कबीर ", कबीर थे दूरदृष्टा परम ज्ञानी संत
जिनका रहा सदैव सरल तार्किक व्यवहार !
अपनी अनुभूत परखी बातों से ही....,
किया था सत्य संग उन्होंने साक्षात्कार !!
(5)कबीर कहें पाहन पूजे हरि मिलें तो में पूजों पहार
था ते तो चाकी ही भली,जासे पीसी खाय ये संसार !
रहा कबीर वाणी का ऐसा अद्भुत कालजयी प्रभाव.,
कि,जिसके आगे नतमस्तक है आज पूरा संसार !!
-सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान